नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप? आशा है आप ठीक होंगे! knowledge Finder हिंदी ब्लॉग में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज के इस पोस्ट में हम NGO के बारे में बात करेंगे। NGO क्या है registration कैसे करे पूरी जानकारी के बारे में जानेंगे। बहुत से लोगों को सिर्फ NGO पता होता है कि वह अच्छे काम करते हैं, मगर उनकी डिटेल बिल्कुल भी पता नहीं होती है।
उनमें से कुछ लोग तो ऐसे शामिल होते हैं जो खुद में NGO बनाना चाहते हैं मगर उनके पास इतनी जानकारी नहीं है कि वह खुद का NGO शुरू कर सके। आधी अधूरी जानकारी कुछ भी नहीं कर सकता है, इसीलिए आज हम आपको NGO के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसमें हम आपको बताएंगे कि NGO क्या है और NGO का रजिस्ट्रेशन कैसे करें।
NGO ना सिर्फ हमारे भारत में बल्कि पूरे विश्व में चलता है। देश – प्रदेश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो गरीबी और उत्पीड़न रहते हैं। और ऐसे वक्त में NGO एक फरिश्ते की तरह होता है जो इन लोगों को संभालता है और लोगों की सहायता करता है। आपने बहुत बार देखा होगा कि अनाथ आश्रम भी होते हैं और बुजुर्ग आश्रम भी होते हैं।
यह भी उसी तरीके से होता है, यह भी एक तरीके का NGO में ही आ जाता है। यहां पर लोगों को मुफ्त में सेवाएं दी जाती है और कुछ लोग मुफ्त में सेवा तो नहीं देते हैं मगर हां मदद बहुत ज्यादा करते हैं। यह अलग-अलग प्रकार के होते हैं और उनके काम करने का तरीका भी अलग प्रकार से होता है।
NGO क्या है registration कैसे करे पूरी जानकारी
NGO का full form Non Governmental Organization है। यानी कि इसको गवर्नमेंट नहीं चलाती है एक तरीके का private organization होता है। इस organization में सरकार का कोई भी नियम नहीं होता है यानी भूमिका नहीं होती है। इसके अंदर सामाजिक कम किया जाता है
जिसको हम सोशल वर्कर कहते हैं वह भी इसी में काम करते हैं। NGO के अंदर काफी सारे काम किए जाते हैं, जिसमें अनाथ बच्चों को पढ़ाना गरीबों को खाना खिलाना, महिलाओं की सुरक्षा और गरीब लोगों के लिए काफी सारी मदद यहां प्रदान की जाती है।
अगर आपके मन में यह सवाल आ रहा है कि NGO कोई भी चला सकता है तो आप यहां पर गलत है। क्योंकि NGO कोई भी एक व्यक्ति नहीं चलाता इसके लिए कम से कम 7 लोगों की आवश्यकता होती है। क्योंकि NGO एक संस्था है जो कि Non Government + Private Organization है, उसी के साथ साथ non-profitable भी होती है।
तो इसका काम पैसे कमाना नहीं होता है यानी कि अगर आप NGO भी open करना चाहते हैं तो इसमें आपका कोई भी फायदा नहीं होने वाला है। इसमें दूसरों का ही भला किया जाता है, दूसरों की मदद की जाती है। यहां पर व्यक्तिगत तौर पर NGO वालों को कोई भी लाभ नहीं होता है।
NGO के types
अभी हमें हमने जाना कि NGO क्या होता है और किस प्रकार से काम करता है। उसके बाद अभी हम जानेंगे कि एनजीओ 5 टाइप के होते हैं
- Ingo : International NGO
- Gongo : Government Organized Non Governmental Organization
- Engo : Environmental NGO
- Quango : Quasi Autonomous NGO
NGO का registration कैसे करे
अगर आप एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आप अकेले एनजीओ का रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते हैं। उसके लिए आपको 7 मेंबर्स की जरूरत पड़ेगी जिसके अंदर आपको अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और ऐसे post को चुनना होगा जो आप अपने संगठन में दूसरे members को देंगे।
रजिस्ट्रेशन करने के समय आप कुछ डॉक्यूमेंट भी देने होंगे। तो आइए जान लेते हैं एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कैसे करें और एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करने से पहले कौन से कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है। और किस तरीके से आप एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कर सकते हो।
NGO Registration करने के लिए Important Documents
अगर आप एनजीओ ओपन करना चाहते हैं तो उसके नाम का एक अकाउंट खुलवाना होगा और ऐसा करने के लिए आपके पास पैन कार्ड होना चाहिए। इसका फायदा यह होगा कि आपके एनजीओ में जो भी डोनेशन जाएगी वह सीधा आपके बैंक में ही आएगी। इसके अलावा एनजीओ रजिस्ट्रेशन करने के लिए कौन से कौन से डॉक्यूमेंट लगते हैं, वह हमने नीचे दिए हैं इनको कृपया ध्यान से पढ़ें।
- ID proof (Adhar card/ Voter card)
- Passport
- Memorandum of Association/ Trust Deed
- Articles of Association Regulation
- Registered Office Address Proof
- Affidavit From President
- Residence Proof
- Rules And Regulation/ Memorandum
जानिए NGO क्या है Register कैसे करें
आपको पता चल गया है कि एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कौन से कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी। मगर आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि एनजीओ रजिस्टर्ड कैसे करें। हम किस प्रकार से एनजीओ को रजिस्टर कर सकते हैं। तो आइए जान लेते हैं कि एनजीओ को रजिस्टर करने के लिए किन प्रोसेस से आपको गुजारना पड़ता है, और किन-किन बातों का आपको ध्यान रखना पड़ता है।
हमारे भारत में एनजीओ को अगर रजिस्टर करना है तब उसके लिए अलग-अलग प्रकार की तीन प्रोसेस बताई गई है। इन्हीं प्रोसेस को फॉलो करके आप अपने एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अगर आप गरीबों की मदद करना चाहते हैं और एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं तो इन तीन प्रोसेस के बारे में जरूर पड़ेंगे आपको बहुत काम आएगी।
Companies Act
इस एप के द्वारा एनजीओ रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको Memorandum और Articles of Association Regulation Documents की जरूरत पड़ेगी। उसी के साथ साथ आपको स्टैंप पेपर की भी जरूरत पड़ेगी और इसमें तीन सदस्यों का होना जरूरी होता है। तभी आप कंपनी एक्ट के अंतर्गत अपना एनजीओ शुरू कर सकते हो
Trust Act
अगर आप ट्रस्ट एक्ट के द्वारा अपने एनजीओ की शुरुआत करना चाहते हैं तब इसमें आपको थोड़ा सा नियम की ओर ध्यान देना होगा। क्योंकि यह भारत के अलग-अलग राज्यों में होता है और इसके अंदर कम से कम 2 trustees शामिल होने जरूरी होते हैं। तभी आप ट्रस्ट एक्ट के द्वारा अपनी एनजीओ खोल सकते हैं। अगर आप ट्रस्ट एक्ट के द्वारा अपना एनजीओ शुरू करते हैं तब 1882 Trust Act आपके एनजीओ पर लागू होता है
Society Act
Society Act के द्वारा अगर आप अपना एनजीओ शुरू करना चाहते हैं, तो सोसाइटी के रूप में आपका एनजीओ यहां पर रजिस्टर किया जाता है। मगर जैसे कुछ राज्य होते हैं जहां पर सोसाइटी एक्ट में एनजीओ को ट्रस्टी के तौर पर भी रजिस्टर किया जा सकता है।
सोसायटी एक्ट में अगर आपको अपना एनजीओ रजिस्ट्रेशन करवाना है, तब आपको इनमें Rules And Regulation और Memorandum Of Association And Rules Document की जरूरत पड़ेगी। इस NGO को बनाने के लिए आपके पास 7 मेंबर होना बहुत ज्यादा जरूरी है और stamp paper नहीं चाहिए।
NGO खोलने से पहले यह बाते याद रखें पूरी जानकारी
अगर आप एक एनजीओ खोलना चाहते हैं तब आपको इन बातों का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी है। सबसे पहली बात यह है कि अगर आप ऐसा सोचते हैं कि एनजीओ खोलकर आपको जो भी ट्रस्ट मिलेगा यानी कि आपको जो भी डोनेशन मिलेगी वह आपके जेब में जाएगी। तो आप बिल्कुल-बिल्कुल गलत सोच रहे हैं।
क्योंकि यह पैसा तो मिलता है वह सिर्फ लोगों की भलाई के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि इन चीजों के अंतर्गत काफी सारी सेवाएं प्रदान की जाती है जो गरीब बच्चों के लिए होता है। जो बच्चे अपाहिज होते हैं उनकी पढ़ाई के लिए होता है और ऐसी काफी सारी मदद सेवाएं दी जाती है जो सिर्फ एनजीओ द्वारा ही दी जाती है। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि यह पैसा आपके पास आएगा तब आप NGO खोलना सही नहीं होगा।
एनजीओ खोलने का मतलब होता है लोगों की सेवा करना उनको मुश्किलों से बाहर निकालना और एक इंसानियत के नाते इंसानियत बनाए रखना। अगर हम ही लोग ऐसी चीजें करेंगे तो फिर इंसानियत का नामोनिशान ही मिट जाएगा। एनजीओ किसी फरिश्ते से कम नहीं होते हैं जो इंसानों की मदद करते हैं।
अगर आप भी फरिश्ता बनना चाहते हैं तभी आप एनजीओ खोल कर उसकी मदद कर सकते हैं। यदि आपको एनजीओ नहीं खोलना है तब आप एनजीओ में डोनेशन देखकर भी लोगों की मदद कर सकते हैं। या किसी भी प्रकार की मदद करना चाहते हैं तब आप किसी भी एनजीओ के सदस्य बन सकते हैं। उनकी मेंबरशिप लेकर भी काम कर सकते हैं।
क्या खुद का NGO खोलना ज़रूरी है
ऐसा नहीं है के अगर आपको किसी की मदद करनी है तब आपको खुद का ही NGO ओपन करना है तभी आपको मदद करनी है। आप चाहे तो वैसे भी किसी मेंबर शिप लेकर सोशल एक्टिविटीज कर सकते हैं, जिससे लोगों को काफी ज्यादा मदद मिलेगी। तब भी आप एक एनजीओ के मेंबर ही कहलाएंगे। अगर आप एनजीओ खोलना चाहते हैं,
तो उसके लिए आपके पास उद्देश्य होना चाहिए लक्ष्य होना चाहिए और आपको पता होना चाहिए कि आपका एनजीओ किस बेस/ सहायता पर काम करेगा। अगर आप बच्चों की पढ़ाई के लिए एनजीओ खोलना चाहते हैं तो बहुत अच्छी बात है। तो यह एक तरह का उदाहरण है, ऐसे ही आपको कोई उदाहरण होना चाहिए कोई वजह होनी चाहिए जिस पर आप एनजीओ खोल सको और उसी पर आप काम कर सको।
Last Words
यह थी आज के जानकारी NGO के बारे में NGO क्या है registration कैसे करे पूरी जानकारी, आशा करती हु आपको यह लिख पसंद आये है और ngo की पूरी जानकारी मिल गए है।
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sir aapne bahut achchi jankari share ki hai. is article se mujhe bahut kuch seekhne ko mila mujhe is tarah ke article padne ka bahut shok hai aapka bahut bahut dhnyawad
Thanks for comment
आपने बहुत ही बढ़िया तरीके से post को लिखा है जिससे इसे समझने में आसानी होती है उम्मीद है आगे भी ऐसे ही post आप हमारे लिए लिखते रहेगे
Dhanyawad sir